आपकी मोहब्बत मे
हम ऐसे उलझ गए
क्या पाना था हमे
हम हमारी मंजिल ही भूल गए
आपकी खुशी मे
हम यू शामिल होते गए
क्या थी हमारी खुशी
हम हमारी खुशी ही भूल गए
आपकी मुस्कराहट के लिये
हम अपनी जान न्योछावर करते गए
आपको चाहते चाहते
हम अपनी मुस्कराहट ही भूल गए
आपके मोहब्बत के रास्ते पर
हम यूही चलते गए
आपके घने ख़यालों मे
हम खुद को ही भूल गए
आपकी झलक देखने के लिये
हम यू तरसते गए
पता हि ना चला
कब आप हमसे बिछड़ गए.....
-Ishika wanjari
🙂
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