Sunday, August 23, 2020

love poem in hindi


आपकी मोहब्बत मे
हम ऐसे उलझ गए
क्या पाना था हमे
हम हमारी मंजिल ही भूल गए

आपकी खुशी मे 
हम यू शामिल होते गए 
क्या थी हमारी खुशी 
हम हमारी खुशी ही भूल गए 

आपकी मुस्कराहट के लिये 
हम अपनी जान न्योछावर करते गए 
आपको चाहते चाहते 
हम अपनी मुस्कराहट ही भूल गए 

आपके मोहब्बत के रास्ते पर 
हम यूही चलते गए 
आपके घने ख़यालों मे 
हम खुद को ही भूल गए 

आपकी झलक देखने के लिये 
हम यू तरसते गए 
पता हि ना चला 
कब आप हमसे बिछड़ गए..... 

-Ishika wanjari

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