Tuesday, October 27, 2020

stree bhrun hatya

हाँ मैं भी जीना चाहतीं हू

मैं भी उन उड़ते पंछियों की तरह आसमान में उड़ना चाहतीं हू
मैं भी उस इन्द्रधनुष के रंग देखना चाहतीं हू
हाँ मैं भी जीना चाहती हू

मैं भी उन खेत खलियानों मे खेलना चाहती हू
मैं भी उस बरगद के झूले पर झूलना चाहतीं हू
हाँ मैं भी जीना चाहती हू....

मैं भी आपकी लोरी सुनकर सोना चाहती हूं
मैं भी सर्दियों में आपके लिए स्वेटर बुनना चाहती हूं
हाँ मैं भी जीना चाहती हू...

मैं भी मुस्कुराना चाहती हू
मैं भी झूमना चाहती हू
माँ बाबा मुझे ना मारो
हाँ मैं भी जीना चाहती हू 

-Ishika

Wednesday, September 30, 2020

rape status

क्या लडकी होना थी मेरी गलती ??

आई थी मैं इस दुनिया में, 
लेकर मुट्ठी भर सपनों की, 
पर अंजान थी इस बात से, 
बाहर दुनिया थी हैवानो की 
एक दिन ऐसा आया, 
जब जील्लत उतारी गई मेरी इज्जत की, 
चिखि थी मैं , चिल्लाई थी मैं, 
माँगि भीक उनसे अपनी जिंदगी की, 
सीसक सीसक, पैर पकड कर कहा उनको, 
'मुझे छोड दो ' 'मुझे छोड दो', 
तडप - तडप चिल्लाई थी मैं, 
'मदत करो', 'कोई मेरी मदत करो', 
सुनी ना मेरी भगवान ने तक, 
हश्र देख मेरा काँप उठा आसमान तक, 
आँखें मुंद लिए परिंदो ने उन, 
मेरी चिखे तक हो गई थी सुन्न, 
क्या थी मेरी गलती !
की छोड दिया उस आग मे जलती, 
क्या इस दुनिया मे आना थी मेरी गलती?
या लडकी होना थी मेरी गलती ???

-Ishika









Tuesday, September 22, 2020

Shyri in hindi


जिंदगी ने सबक ऐसा सीखाया, 
की अब काँप उठती है रूह भी.... 
जहा मखमल सी राते थी और रेशम सी नींदे, 
काँटो से चूभ रहे अब सपने भी... 
वक्त ने रचाई ऐसी रंजीश, 
की दुआ देने से इंकार करदे कोई परिंदा भी... 
हो गए अपने तक खुद खुदगर्ज़ इतना, 
की अपना सा लगने लगा अब दुश्मन भी... 
अब तो उठ गया जिंदगी-ए-खुद से भरोसा, 
लगने लगा है अब तो ..
जाने कब साथ देना छोड दे खुद की परछाई भी ....


-Ishika

Monday, September 21, 2020

breakup quote

जाना ही था तो आए ही क्यु
जो पुरे ना हो सके
वो सपने दिखाए ही क्यु
यू तो बन ही चुकी है हमारी जिंदगी कोई शतरंज का खेल
तुम्हें जितना ही ना था
तो अपना दाव खेला ही क्यु 

-Ishika

Thursday, September 10, 2020

marathi love poetry

स्वप्नात येऊनी माझ्या तू, 
चित्र असा बनवितोस, 
तुझ्याच विचारात गुंफून मला, 
स्वप्नं माझे ठरवितोस. 

हाथ घेऊनी हाती माझा, 
चुंबन घेतोस डोक्यावर, 
तुला बघूनि आनंदी, 
हसू फुले माझ्या ओठांवर. 

नजरेत नजर टाकूनि माझ्या, 
हळूच स्पर्श गालाला करतोस, 
असा रे तू प्रियकर, 
कसा रे मला लाजवतोस. 

अश्रू डोळ्यात असताना, 
गोड मिठीत मला घेतोस, 
जीवनाच्या प्रत्येक अवघड वेळी, 
साथ माझी नेहमी देतोस. 

-Ishika

Monday, September 7, 2020

romantic quote


जीद नहीं 
चाहत हैं,
तू महफ़ूज़ हैं तो
दिल को राहत हैं..

-Ishika

Saturday, September 5, 2020

teachers day quote


ज्यांनी पदो पदी आपली साथ दिली, 
ज्यांनी शिक्षणाची ओढ लावली, 
ज्यांनी भविष्या कडे पाउल टाकायला शिकवलं, 
ज्यांनी उंच भरारी मारायला शिकवलं, 
ज्यांनी आपल्या आयुष्याच्या बागेला सुगंध दिला, 
ज्यांनी आपल्या आयुष्याला अर्थ दिला, 
आज त्यांचाच दिवस...
शंभर वर्ष आयुष्य मिळो त्यांना हीच इच्छा, 
शिक्षक दिवसाच्या खूप खूप शुभेछा ..
  

-Ishika 

Friday, September 4, 2020

childhood memories poem in marathi


खूप आठ्वत आहे ते दिवस

जेव्हा आई चेहर्‍याला पाउडर लाऊन देऊन
शाळेत सोडायला यायची
लहानसुकली साखर पोडी बनउन
डब्ब्यात भरून द्यायची..

वाट बघत शाळेच्या सुट्टीची
घंटी जेव्हा वाजायची
धावत घरी जाऊन 
दारावर आई आपली वाट बघत असायची.. 

जेव्हा बाजूच्या मैत्रिणी सोबत 
बाहुल्यांच्या खेळ खेळत बसायची 
संध्याकाळ झाली की 
आई घरी बोलवत दुरून हाक मारायची 

न कोणता विचार, न कोणाची काळजी 
होते खुप सुंदर ते दिवस
किती बिनधास्त होत ते जीवन 
पण आता खूप आठवत आहे ते दिवस... 

-Ishika

sad quotes

कमजोर नहीं हू मैं, 
बस थोडी रूक गई हू, 
बुरे हलतो का सामना करते करते, 
थोडी थक सी गई हू... 

-Ishika

Tuesday, September 1, 2020

Corona quotes


     Corona
 ने तो दिखा दी है.. 
सबको मौत की राह.. 
कब्र भी सोच थक गया 
किस किस को दु पनाह...

-Ishika wanjari